आपका स्वागत है! इस ब्लॉग पोस्ट में हम बात करेंगे “(PR) Page Rank क्या है और इसे कैसे बढ़ाये?”
PageRank एक महत्वपूर्ण Google मेट्रिक है जो websites की importance को मापता है।
इसका प्राथमिक उद्देश्य यह है कि यह बताए कि, किस प्रकार से web page को उच्चतम स्थान प्राप्त होना चाहिए, जब लोग उस related search के लिए Google या अन्य Search Engine का उपयोग करते हैं।
PageRank की परिभाषा समझने के लिए, हमें जानना चाहिए कि यह कैसे काम करता है। 🤔
- PageRank एक Google algorithm द्वारा प्रभावित होता है और यह वेबसाइट के Linking Structure, Usability, और Popularity को मापता है।
- यह मूल रूप से एक Mathematic मूल्यांकन है जो web page को एक score देता है, जिससे उसकी प्रमुखता और प्रदर्शन का माप लिया जा सकता है।
- PageRank की लिस्ट 0 से 10 तक होती है, जहां 10 सबसे अधिक प्रमुख Pages को दर्ज करता है।
Table of Contents
Page Rank क्या है – What is PageRank in Hindi
PageRank, Google का एक algorithm है जो web pages को ranking देने के लिए इस्तेमाल होती है।
PageRank का मूल आदेश है web pages की मान्यता और प्रमुख का अनुमान लगाना। यह एल्गोरिदम लैरी पेज और सर्गेई ब्रिन ने स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में 1996 में विकसित किया था, जो बाद में Google के Search Engine का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन गया।
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PageRank का इतिहास, इसे किसने बनाया?
PageRank एल्गोरिदम को बनाया गया है लैरी पेज और सर्गेई ब्रिन ने।
लैरी पेज और सर्गेई ब्रिन ने PageRank algorithm को 1996 में विकसित किया।
PageRank का विकास Stanford University के “Backrub“ प्रोजेक्ट से शुरू हुआ। BackRub एक Search Engine प्रोटोटाइप था, जिसे Larry page और brin ने बनाया था।
इस प्रोटोटाइप के अंतर में, PageRank एल्गोरिदम को विकसित किया गया।
लैरी पेज और सर्गेई ब्रिन ने अपने research papers “The Anatomy of a Large-Scale Hypertextual Web Search Engine” में PageRank algorithm और Backrub प्रोजेक्ट के बारे में विस्तार से लिखा था।
1998 में, Larry Page, Sergey Brin, और Scott Hasen ने google inc. को स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से अलग करने का फैसला लिया।
Google Inc. के रूप में कंपनी को शुरू में कुछ investors ने सपोर्ट किया। Google Search Engine का लॉन्च 1998 में हुआ, जिसमे PageRank algorithm का इस्तमाल किया गया।
PageRank algorithm Google के Search Engine का मुखिया रहा और हमने Google को दूसरे Search Engine से अलग बनाया।
PageRank algorithm की मदद से google quality search results प्रदान कर सकता था, जिस्मे web pages की प्रधानता और मान्यता का महत्व था।
PageRank algorithm ने Google को बहुत लोकप्रियता और सफलता दिलाई। आज भी Google अपने सर्च एल्गोरिदम में PageRank का इस्तमाल करता है, लेकिन इसके अलावा और भी फैक्टर्स और techniques शामिल किए गए हैं, जिससे search results और ranking बेहतर बनते हैं।
PageRank कैसे काम करता है (How PageRank Works)
PageRank काम कैसे करती है? यह एक link analysis algorithm है जो web page के लिंक और उनकी प्रमुखता पर ध्यान केन्द्रित करता है।
PageRank, एक web page प्रमुख होने के लिए उससे ज्यादा से ज्यादा लिंक होना चाहिए।
अगर एक web page पर कई high quality वाले page link करते हैं, तो इसका मतलब है कि यह पेज भी प्रमुख और महत्वपूर्ण हो सकता है।
हर web page को एक starting rank प्रदान किया जाता है। फिर, हर web page के लिए PageRank कैलकुलेशन किया जाता है।
यह कैलकुलेशन इटरेटिव प्रोसेस है, जिस्मे हर इटरेशन में हर पेज का rank अपडेट होता है, जिसके आधार पर linked page के रैंक कैलकुलेट किए जाते हैं।
- PageRank algorithm के मैन factor है कि एक पेज को हम पर pointing links के द्वारा प्रमुखता मिलती है।
High-quality page से जो LINK आते हैं, उनकी वैल्यू भी अधिक होती है। इस तरह के link analysis के अलावा, और भी फैक्टर Google के सर्च एल्गोरिदम में शामिल होते हैं, जैसे कि content quality, keyword usage, user engagement
The Concept of Link Analysis
PageRank कैसे Calculate करे (Calculation of PageRank Score)
PageRank को कैलकुलेट करने के लिए आपको PageRank algorithm का इस्तेमाल करना होता है। PageRank algorithm इटरेटिव है, जिसमे हर webpage का रैंक अपडेट होता है, जिसके आधार पर उसके linked page के rank की गणना करते हैं।
यहां, मैं आपको high-level steps बताता हूं PageRank कैलकुलेशन के लिए: 👇👇
1.) शुरुआत में, हर web page को एक Initial Rank नियुक्त करें। आप सभी पेजों के लिए एक समान इनिशियल रैंक भी चुन सकते हैं।
2.) एक Damping Factor (D) को तय करे। डंपिंग फैक्टर का मान आम तौर पर 0.85 लिया जाता है, लेकिन आप इसे कस्टमाइज भी कर सकते हैं।
3.) हर बार, हर web page के लिए PageRank अपडेट करें। PageRank अपडेट के लिए नीचे दिए गए स्टेप्स फॉलो करें: 👇
- Step-1 : हर web page के Outgoing links की गिनती (C) को कैलकुलेट करें।
- Step-2 : हर web page के Outgoing links के संबंधित पेजों के PageRank वैल्यू (PR) को कलेक्ट करें।
- Step-3 : कैलकुलेट करें: PR(T1)/C(T1) + PR(T2)/C(T2) + … + PR(Tn)/C(Tn), जहां T1, T2, …, Tn us पेज के Outgoing links के पेज हैं।
- Step-4 : इस कैलकुलेशन को डैम्पिंग फैक्टर (d) से गुणा करना है।
- Step-5 : इस Calculation के रिजल्ट को (1-d) से add करे.
- Step-6 : इन स्टेप्स को हर web page के लिए रिपीट करें, ताकि हर पेज का updated rank कैलकुलेट हो जाए।
ये कुछ बेसिक तारिके PageRank कैलकुलेशन को समझने के लिए है। PageRank एल्गोरिदम को लागू करने के लिए, आपको detailed technical नॉलेज और programming skills की जरूरत होगी।
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PageRank स्कोर को प्रभावित करने वाले Factor
PageRank को प्रभावित करने वाले कुछ प्रमुख फैक्टर्स हैं, जिनके द्वारा web pages का rank निर्धारित होता है।
दूसरे Search Engine अपने ranking एल्गोरिदम में कई फैक्टर्स का उपयोग करते हैं, जिनसे search results और rankings को प्रभावित किया जाता है। यहां, कुछ प्रमुख PageRank प्रभावित करने वाले factor हैं:
- Backlinks: Backlink, यानी दूसरे web page से आने वाले links, एक मुख्य फैक्टर है। PageRank मानकर चलता है कि एक page प्रमुख होने के लिए quality और relevant backlink होना चाहिए। High quality वाली और official websites से आने वाले backlink का ज्यादा महत्व होता है।
- Quality Content: Content की quality और उपयोगिता भी PageRank को प्रभावित करता है। High-quality, Informative, और original content वाले पेजों को अधिक मान्यता मिलती है। Relevant कीवर्ड का सही इस्तमाल, Readability, और User Engagement भी content की quality को प्रभावित करते हैं।
- On-page Optimization: Web page के ऑन-पेज optimization फैक्टर, जैसे कि Title Tags, Heading, Meta Description, URL Structure, और Internal Linking, भी PageRank को प्रभावित करते हैं। ऑन-पेज optimization को सही तारिके से करना Search Engine को आपके पेज की प्रधानता और relevancy के बारे में सही सिग्नल देता है।
- User Engagement Metrics: Google और दूसरे Search Engine यूजर एंगेजमेंट मेट्रिक्स, जैसे की Bounce rate, average time on page, और click-through rate (CTR), को भी PageRank को प्रभावित करने के लिए इस्तेमाल करते हैं। अगर यूजर्स आपके पेज पर ज्यादा टाइम spend करते हैं, फिर दूसरे related page पर जाते है, तो यह Search Engine के लिए signal होता है कि आपका पेज प्रमुख और उपयोगी है।
- Domain Authority: Domain Authority, यानि overall डोमेन की प्रमुखता और क्रेडिबिलिटी, भी PageRank को प्रभावित करती है। अगर आपका डोमेन high-quality backlinks से जुड़ा हुआ है और उसपर official content है, तो इसे आपके पेज के PageRank को भी फायदा होता है।
PageRank के क्या Importance है (Importance of PageRank)
PageRank का बहुत महत्व है Search Engine optimization (एसईओ) और वेब Page Ranking में।
कुछ PageRank की महत्त्वपूर्ण चीज़ हैं:
- Search Engine Ranking: PageRank एक मुख्य factor है, जिसके द्वारा search engine web pages को रैंक करते हैं। High PageRank वाले पेजों को आमतौर पर Search Engine Result Pages (SERPs) में अधिक ऊंचा स्थान प्राप्त होता है। PageRank आपके पेज के Search Engine ranking को प्रभावित करके उसकी visibility और ट्रैफिक को बढ़ा सकता है।
- Web Page Authority: PageRank web page की प्रमुखता और authority को दर्शता है। हाई PageRank वाले पेज Search Engine के लिए भरोसेमंद और मान्यता का संकेत होते हैं। इससे आपके page की प्रति भरोसा बढ़ता है।
- Link Building: PageRank का कॉन्सेप्ट link building strategy में भी महत्वपूर्ण role प्ले करता है। High-quality और relevant backlink प्राप्त करने के लिए webmasters और SEO professional, PageRank के आधार पर पेजों को target करते हैं। PageRank के जरिये आप अपने page को दूसरे प्रमुख और official page से connect करके अपने page की authority और ranking को बढ़ा सकते हैं
- Quality Content Promotion: PageRank के महत्व से webmasters और content creators को quality content का प्रचार और प्रमोशन करने की जरूरत होती है। High-quality और informative content का उपयोग करके आप अपने page का PageRank बढ़ा सकते हैं, जो आपके content की authority और visibility को भी बढ़ाता है।
- Competitive Advantage: PageRank ”Competitive Advantage Data” है। अगर आपके पेज का PageRank competitors से अधिक है, तो आपके पेज को Search Engine ranking में ऊंचा स्थान प्राप्त होगा, जिससे आप अपने Nish में आगे निकल सकते हैं।
PageRank Search Engine Optimization और WEB Page Ranking के लिए एक मैन metric है। इससे आप अपने पेज की authority, visibility और traffic को बढ़ा सकते हैं। इस्लीये PageRank को optimize करना SEO के लिए महत्वपूर्ण है।
Inbound और Outbound link की Role को गलत समझना (Misunderstanding the ole of inbound and outbound links
Inbound और Outbound link, दोनो web page के linking structure का हिस्सा होते हैं और PageRank को प्रभावित करते हैं।
यहां, इन दोनों के Roles के बारे में समझते हैं:
- Inbound Links: Inbound link, दूसरे web page से आपके पेज की तरफ Incoming link होते हैं। ये link आपके page को पॉइंट करते हैं और आपके पेज के लिए backlink होते हैं। Inbound links का रोल PageRank में बहुत महात्मापूर्ण होता है। कुछ मुख्य बिंदु हैं:
- Inbound link आपके पेज के authority और credibility को बढ़ाते हैं। अगर आपके पेज पर high quality वाली और official website से Inbound link हैं, तो Search Engine को आपके पेज पर भरोसा बढ़ता है।
- Inbound links आपके पेज के PageRank को प्रभावित करते हैं। अगर आपके पेज को हाई-क्वालिटी और relevant Incoming link मिलते हैं, तो आपके पेज का PageRank बढ़ता है।
- Inbound links के लिए quality और relevancy का भी महत्व होता है। High-quality और relevant Inbound link आपके पेज के लिए अधिक प्रभावशाली होते हैं।
- Outbound Links: Outbound link, आपके पेज से दूसरे web page की तरफ Outgoing link होते हैं। ये link दूसरे page को पॉइंट करते हैं और आपके page से बहार जाते हैं। Outbound links का रोल भी PageRank में महत्वपूर्ण होता है। कुछ मुख्य बिंदु हैं:
- Outbound link आपके पेज की अथॉरिटी और relevancy को प्रभावित करते हैं। अगर आपके पेज दूसरे high quality और relevant page को लिंक करता है, तो आपके पेज की authority और visibility बढ़ती है।
- Outbound link के सही इस्तमाल से आप अपने readers को उपयोगी और संबंधित resources प्रदान कर सकते हैं। इसे आपके page की user experience और user engagement को बढ़ाने में मदद मिलती है।
- Outbound links के अत्यधिक उपयोग या spammy links का इस्तमाल आपके page को नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकता है। इसलिए, Outbound link को सही तारिके से इस्तमाल करना जरूरी है।
Inbound और Outbound link दोनों के सही तारिके से इस्तेमल से आपके पेज का linking structure और PageRank को फायदा होगा।
High-quality inbound links और relevant outbound links आपके पेज के authority, credibility, और Search Engine ranking को बढ़ाते हैं।
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PageRank को कैसे बढ़ाये (How to Improve PageRank)
PageRank को बेहतर बनाने के लिए, आप नीचे दिए गए strategies और techniques का इस्तमाल कर सकते हैं:
1.) High-uality content:
हाई-क्वालिटी और इंफॉर्मेटिव content क्रिएट करें, जो यूजर्स के लिए मूल्यवान हो।
अपने Nish के विषयों पर high quality content, ब्लॉग पोस्ट, इन्फोग्राफिक्स, वीडियो, या अन्य प्रारूप में content बनाते हैं। Quality content Search Engine और User दोनों को आकर्षित करता है, जिसे आपके पेज का PageRank बढ़ाता है।
2.) ऑन-पेज Optimization
ऑन-पेज optimization technique का सही तरीके से इस्तेमाल करें।
Title Tags, Title, Meta Description, Meta Tags, URL Structure, और Internal Linking को कस्टमाइज करें। Relevant Keyword का सही इस्तमाल करें और content readability और user experience को बेहतर करें।
साथ ही, मोबाइल फ्रेंडली डिज़ाइन और फ़ास्ट लोडिंग टाइम का ध्यान रखें।
3.) हाई-क्वालिटी Backlink बनाएँ
हाई-क्वालिटी backlink प्राप्त करें अपने पेज के लिए।
- अथॉरिटी वेबसाइट्स से relevant backlink प्राप्त करने का प्रयास करें।
- Guest blogging, content collaboration, और influencer outreach का इस्तमाल करके backlink बनाएं।
Backlink PageRank को प्रभावित करते हैं और आपके पेज की authority को बढ़ाते हैं।
4.) सोशल मीडिया प्रमोशन
अपने content को social media platform पर प्रमोट करें।
सोशल मीडिया के जरिए अपने content का एक्सपोजर बढ़ाए और लिंक्स शेयर करें। जब आपके content पर सोशल शेयर और एंगेजमेंट बढ़ते हैं, तो इसे आपके पेज का PageRank को फायदा होता है।
5.) User Experience में सुधार करें
User के अनुभव को फोकस करें।
आपके पेज पर फास्ट लोडिंग टाइम, आसान नेविगेशन, और मोबाइल रिस्पांसिबिलिटी का ध्यान रखें।
High Bonus Rate को कम करने के लिए engaging और interactive content प्रदान करें।
यूजर एंगेजमेंट मेट्रिक्स, जैसे कि पेज पर एवरेज समय और क्लिक-थ्रू रेट, को बेहतर करें।
6.) Domain Authority बनाये
अपने domain की authority और credibility को बढ़ाएं। SEO friendly High quality वाली content बनाएं, Official websites से backlink प्राप्त करें। Domain Authority को बढ़ाने से आपके पेज का (PR) PageRank भी इम्प्रूव होता है।
याद रहे कि PageRank एक जटिल algorithm है और Search Engine मल्टीपल फैक्टर का इस्तेमल करते हैं Ranking को निर्धारित करने के लिए।
इसलिए, एक single technique से PageRank को रातोंरात सुधारना मुश्किल है। साथ ही, Regular Monitoring, Experimentation, और SEO Best Practices को फॉलो करना जरूरी है।
महत्वपूर्ण है कि आप अपने पेज का PageRank को बेहतर बनाने के लिए Organic, Sustainable, और Long-Term Strategy का उपयोग करें।
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Conclusion
तो दोस्तों, आज की इस पोस्ट में हमने जाना कि Page Rank क्या है और इसका SEO में क्या फायदे है
इस ब्लॉग पोस्ट में हमने Page Rank in Hindi के बारे में हर फैक्टर की जानकारी देने की कोसिस की है अगर आपको इस पोस्ट से लेकर कोई सवाल या सुझाव है तो हमें comment बॉक्स में जरूर बताये
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