Blogging में On-Page SEO क्या है – Full Guide

On page seo kya hai hindi

आपका स्वागत है! आज का हमारा टॉपिक है On-Page SEO क्या है?

अगर आप एक ब्लॉगर हैं और अपने ब्लॉग पोस्ट को सर्च इंजन में टॉप पर लाना चाहते हैं, तो On-Page SEO आपके लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है। इस ब्लॉग पोस्ट में, हम ब्लॉगिंग में On-Page SEO क्या होता है और इसे कैसे करें इस बारे में विस्तार से बात करेंगे। इस गाइड में, आप अपने ब्लॉग पोस्ट को SEO फ्रेंडली बनाने के तरीके सीखेंगे जो आपके पोस्ट को सर्च इंजन में टॉप पर लाने में मदद करेंगे।

चलिए जानते है On-Page SEO के बारे में स्टेप बय स्टेप 👇🤠

On-Page SEO क्या है (What is On-Page SEO in Hindi)

On-Page SEO, जिस On-Site SEO भी कहा जाता है, एक ऐसी प्रक्रिया है, जिसमें आप अपनी website के पेजों के अंदर optimization करते हैं ताकि वो Search Engine में अच्छे से रैंक करें और यूजर्स के लिए उपयोगी हो।

On-Page SEO में आप अपनी website के पेज का content, URL, हेडिंग टैग, इमेज, इंटरनल लिंकिंग, और मेटा डिस्क्रिप्शन जैसे फैक्टर्स को ऑप्टिमाइज कर सकते हैं।

इसके अलावा आप keyword research करके अपने content में टारगेट कीवर्ड का इस्तेमाल कर सकते हैं जिसे आपके content को Search Engine में अच्छा रैंक मिल सकता है।

On-Page SEO के बारे में जानकारी रखना बहुत जरूरी है क्योंकि ये आपके website के ट्रैफिक और रैंकिंग को सीधे प्रभावित करता है। इसके लिए आपको अपने content को यूजर फ्रेंडली, आसानी से पढ़ने योग्य, और जानकारीपूर्ण बनाने की जरूरत है।

आपको अपने website के पेज में target keyword का इस्तेमाल करते हुए content को लिखना चाहिए। इसके अलावा आपको अपने website के पेज में relevant इमेज का इस्तेमाल करना चाहिए और उनका site optimization करना चाहिए ताकि page load time कम हो और user experience बेहतर हो।

On-Page SEO का एक महत्वपूर्ण factor URL optimization है। आपको अपने website के pages का URL शॉर्ट और डिस्क्रिप्टिव बनाना चाहिए जैसे Search Engine और यूजर्स को पेज content की जानकरी मिल सके।

आपको अपने website के pages में internal linking का इस्तेमाल करना चाहिए ताकि users आपकी website के दूसरे पेजों को भी एक्सप्लोर कर सकें।

इसके अलावा, आपको अपने website के पेजों में मेटा डिस्क्रिप्शन का इस्तेमाल करना चाहिए जैसे Search Engine और यूजर्स को पेज के content के बारे में सही जानकारी मिल सके।

On-Page SEO की फुल फॉर्म क्या है?

ऑन पेज SEO का फुल फॉर्म है On-Page Search Engine Optimization“.

On-Page SEO का इतिहास (History of On-Page SEO)

On-Page SEO का इतिहास बहुत पुराना है। Search Engine के विकास के साथ-साथ, On-Page SEO की जरूरत भी बढ़ती गई। On-Page SEO का Concept Search Engine ऑप्टिमाइजेशन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।

On-Page SEO को website के पेजों के अंदर ऑप्टिमाइजेशन करना है ताकि Search Engine अच्छे से पढ़ सकें और यूजर्स को उनकी search query का सही जवाब मिल सके।

On-Page SEO का इस्तेमाल पहले HTML Tag जैसे H1, H2, और मेटा डिस्क्रिप्शन के लिए किया जाता था। लेकिन आज कल, On-Page SEO का उपयोग Content customization, keyword research, और user experience में सुधार के लिए किया जाता है।

Search Engine algorithm में बदलाव आने के साथ, On-Page SEO भी विकसित हुआ है। आज कल, website के पेजों का Mobile responsiveness, page load time, और content quality भी ऑन-पेज SEO का एक महत्वपूर्ण फैक्टर बन गया है।

On-Page SEO का इतिहास बहुत dynamic है और ये लगातार विकसित कर रहा है। इसलिए, website के मालिक और डिजिटल मार्केटर्स को अपने ज्ञान को अपडेट रखना और On-Page SEO के Latest trends और best practices को फॉलो करना जरूरी है।

On-Page SEO कैसे काम करता है

On-Page SEO का मुख्य उद्देश्य है आपके वेब पेज की search engine ranking को बढ़ाना है।

ये आपके content, meta tags, headings, internal linking, और URL structure जैसे Elements पर फोकस करता है, जो Search Engine को आपके वेब पेज के बारे में समझने में मदद करते हैं।

इसके लिए, आपको इन Elements को ऑप्टिमाइज करना पड़ेगा जिससे आपके पेज को Search Engine रैंक कर सके।

सबसे पहले, आपको अपने पेज के लिए एक focus keyword सेलेक्ट करना है। ये कीवर्ड आपके content, meta tag, और हेडिंग में इस्तेमाल किया जाता है। आपको सुनिश्चित करना है कि ये कीवर्ड आपके content के Natural तरीके से फिट हो। इससे आपके पेज की search engine ranking में सुधार होगा।

Content को ऑप्टिमाइज़ करने के लिए, आपको अपने कीवर्ड को content के सही जगह पर इस्तेमाल करना है। इसके अलावा, आपको अपने content को भी ऑप्टिमाइज करना होगा जैसे कि use short paragraphs और subheading में डिवाइड करना, इमेज और वीडियो का इस्तेमाल करना, और content को पढ़ना आसान।

Meta tag भी आपके पेज की search engine ranking के लिए महत्वपूर्ण हैं। आपको अपने पेज के Meta Title और Meta Description में अपने focus keyword को इस्तेमाल करना चाहिए। ये Search Engine के लिए आपके पेज के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करते हैं।

Internal linking भी आपके पेज के SEO में महत्वपूर्ण रोल प्ले करता है। आपको अपने पेज के content में दूसरे संबंधित पेज से लिंक बनाना चाहिए। इससे आपके पेज का overall authority बढ़ता है और Search Engine को आपके पेज के बारे में सही जानकारी देने में मदद मिलती है।

सभी ऑन-पेज SEO Elements को ऑप्टिमाइज़ करके आप अपने वेब पेज की search engine ranking को बेहतर कर सकते हैं।

On-Page SEO क्यों जरुरी है?

On-Page SEO का होना बहुत जरूरी है क्योंकि ये आपके website के पेज को Search Engine और यूजर्स के लिए ऑप्टिमाइज करता है। आप अपनी website के माध्यम से On-Page SEO के पेजों को user friendly, आसानी से पढ़ने योग्य, और जानकारीपूर्ण बना सकते हैं।

इसके अलावा, On-Page SEO के जरिए आप अपनी website के पेजों का content, URL, हेडिंग टैग, इमेज, इंटरनल लिंकिंग, और मेटा डिस्क्रिप्शन जैसे फैक्टर्स को ऑप्टिमाइज कर सकते हैं।

On-Page SEO का होना आपके website के Search Engine में अच्छे से रैंक करने के लिए बहुत जरूरी है। जब आप अपने website के पेजों को Search Engine फ्रेंडली बनाते हैं तो Search Engine उन्हें अच्छे से पढ़ पाता है और आपके content को relevant सर्च रिजल्ट्स में शो कर सकता है।

On-Page SEO के थ्रू आप अपने टारगेट कीवर्ड्स का इस्तेमाल करके उन्हें अपने content में इंटीग्रेट कर सकते हैं जिसे आपके content को Search Engine में अच्छा रैंक मिल सकता है।

On-Page SEO का होना User Experience Improvement के लिए भी बहुत जरूरी है। जब आप अपने website के पेजों को User friendly और informative बनाते हैं तो यूजर्स को आपके content को अच्छे से समझ सकते हैं और आपके website को वापस विजिट कर सकते हैं।

इसके अलावा, On-Page SEO के माध्यम से आप अपनी website के पेजों का Mobile Responsiveness और Page Load Time भी बेहतर कर सकते हैं, जिससे यूजर्स को अच्छा यूजर एक्सपीरियंस मिलेगा और वो आपके website के पेजों को ज्यादा टाइम तक एक्सप्लोर करेंगे।

On-Page SEO का Example 

उदाहरण के लिए, अगर आप एक कुकिंग website के मालिक हैं और आप एक recipe page को ऑप्टिमाइज करना चाहते हैं तो आप अपने content में रेसिपी के ingredients और स्टेप्स को आसानी से पढ़ने proper format में organize कर सकते हैं।

आप अपने content में relevant इमेज का इस्तेमाल करके भी रेसिपी को देखने में आकर्षक बना सकते हैं। आप अपने content में संबंधित रेसिपी और कुकिंग टिप्स के लिए internal linking का इस्तेमाल कर सकते हैं जिससे यूजर्स आपके website के दूसरे पेज को भी explore करेंगे।

इस तरह से आप अपनी website के पेजों का content optimization करके On-Page SEO का एक महत्वपूर्ण फैक्टर को कवर कर सकते हैं।

On-Page SEO कैसे करें – Guide स्टेप बय स्टेप

On-Page SEO एक ऐसा प्रोसेस है, जिसके जरिए आप अपनी website के content को ऑप्टिमाइज कर सकते हैं ताकि वो Search Engine में अच्छी रैंकिंग हासिल कर सके। नीचे दिए गए 25 फैक्टर्स के थ्रू आप ऑन-पेज SEO को हिंदी में कैसे करें उसकी जानकारी पा सकते हैं। 👇

✅ 1. Keyword Research 

अपने targat ऑडियंस के सर्च Qs का पता लगाएं, आप संबंधित कीवर्ड्स को रिसर्च करें और अपने content में यूज करें।

✅ 2. Title Tag

अपने वेबपेज का टाइटल टैग Search Engine में डिस्प्ले होने वाला में हेडिंग है। इसके लिए आप अपने टारगेट कीवर्ड का इस्तेमाल करें और टाइटल को 60 characters के अंदर लिमिट में रखें।

✅ 3. Meta Description 

अपने वेबपेज का Meta Description Search Engine में डिस्प्ले होने वाली short summary है। इसके लिए आप अपने टारगेट कीवर्ड का इस्तेमाल करें और डिस्क्रिप्शन को 160 कैरेक्टर्स के अंदर लिमिट में रखें।

✅4. Title

अपने वेबपेज के titles को ठीक से व्यवस्थित करें ताकि Content के ढांचे को सही तरह से समझ में आए और Search Engine को भी।

✅5. Content

अपने content को यूनीक और हाई-क्वालिटी राखें ताकि Search Engine आसानी से इंडेक्स कर सकें।

✅6. Keyword Density 

अपने टारगेट कीवर्ड का यूज content में balance रखें ताकि ज्यादा यूज न हो। आदर्श रूप से, कीवर्ड डेंसिटी 1-2% के बीच में होनी चाहिए।

✅7. Alt Tags

अपने वेबपेज के इमेज के लिए ऑल्ट टैग्स का इस्तेमाल करें ताकि Search Engine को पता चले कि इमेज किस टॉपिक से संबंधित है।

✅8. Internal Linking

अपने वेबपेज के content में दूसरे पेज से लिंक करें जिस Search Engine को आपके website का ओवरऑल structure समझने में आसनी हो।

✅9. External Linking 

अपने वेबपेज के content में दूसरे हाई अथॉरिटी websites से लिंक करें जिससे आपके content की credibility इम्प्रूव हो।

✅10. URL Structure 

अपने वेबपेज का URL संरचना search इंजन के अनुकूल रखें और संक्षिप्त, relevant और स्वच्छ URL का उपयोग करें।

✅11. Mobile-Friendly

अपने वेबपेज को मोबाइल-फ्रेंडली बनाएं ताकि विजिटर्स को आपके website की अच्छी यूजर एक्सपीरियंस मिले और Search Engine को भी ये समझ में आए कि आपके website का मोबाइल optimization है।

✅12. Page Speed 

अपने वेबपेज का पेज स्पीड fast रखें ताकि विजिटर्स को आपके website के content को जल्दी एक्सेस करने में कोई प्रॉब्लम ना हो।

✅13. Social Sharing

अपने वेबपेज के content को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर शेयर करने के लिए आसान सोशल शेयरिंग बटन का इस्तेमाल करें।

✅14. User Engagement 

अपने वेबपेज के content को यूजर फ्रेंडली बनाएं ताकि विजिटर्स को आपके website पर ज्यादा टाइम तक बने रहने में दिलचस्पी हो।

✅15. Readability

अपने वेबपेज के content को आसानी से पढ़ने योग्य बनाएं जैसे विजिटर्स को आपके website का content समझने में आसनी हो।

✅16. Content-Length

अपने वेबपेज के content को पर्याप्त लंबाई का रखें ताकि विजिटर्स को आपके website के content का ओवरऑल आइडिया अच्छे से समझ में आ सके।

✅17. Header Tag

अपने वेबपेज के content में H1, H2, H3 tags का इस्तेमाल करें जिस content का structure ठीक से organize हो और Search Engine को भी अच्छे से समझ में आए।

✅18. Schema Markup

अपने वेबपेज के content को स्कीमा मार्कअप का इस्तेमाल करके structures डेटा को डिफाइन करे

✅19. Canonical Tags

अपने वेबपेज के duplicate content को identify करने के लिए canonical tags का इस्तेमाल करें जिस Search Engine को पता चले कि किस URL को इंडेक्स करना है।

✅20. Robots.txt

अपने वेबपेज के content को Search Engine bots को इंडेक्स करने से रोकने के लिए robots.txt का इस्तेमाल करें।

✅21. Sitemap

अपने वेबपेज के content को Search Engine bots को आसानी से इंडेक्स करने के लिए साइटमैप का इस्तेमाल करें।

✅22. SSL Certificate

अपने वेबपेज के लिए सुरक्षा के लिए एसएसएल सर्टिफिकेट का इस्तेमाल करें जैसे विजिटर्स को आपके website पर Safe Browsing Experience मिले।

✅23. Keywords में URL 

अपने वेबपेज के URL में टारगेट कीवर्ड का इस्तेमाल करें जिस Search Engine को आपके वेबपेज के विषय का पता चले।

✅24. Outbound Links

अपने वेबपेज के content में हाई अथॉरिटी websites से outbound links का इस्तेमाल करें जिससे आपके content की क्रेडिबिलिटी इम्प्रूव हो।

✅25. Page Classification 

अपने वेबपेज को relevant category में रखें ताकि Search Engine को आपके website का overall structure समझने में आसनी हो।

On-Page SEO के लिए गाइड वीडियो

On-Page SEO में Backlink कैसे काम करता है

बैकलिंक” का मतलब होता है कि एक website दूसरी website की तरफ से लिंक प्राप्त करता है। बैकलिंक एक बहुत महत्वपूर्ण Factor है On-Page SEO के लिए, क्योंकि Search Engine आपकी website को दूसरी websites से जुड़े लिंक के थ्रू जज करते हैं।

अगर आपकी website पर high-quality और relevant बैकलिंक्स होंगे, तो आपकी website का search engine ranking में सुधार हो सकता है।

Backlink काम कैसे करता है? जब आपकी website पर किसी दूसरी website से बैकलिंक मिलता है, तो वो बैकलिंक Search Engine के लिए एक “Vote” की तरह काम करता है।

Search Engine समझते हैं कि आपकी website पर जितने ज्यादा हाई-क्वालिटी बैकलिंक्स होंगे, उतने ही आपकी website की credibility और authority होंगे।

इसलिए, अगर आपकी website पर किसी हाई-क्वालिटी website से बैकलिंक मिलता है, तो Search Engine के लिए आपकी website के लिए पॉजिटिव सिग्नल समझौता है।

अगर आपकी website पर बहुत सारे हाई-क्वालिटी बैकलिंक होते हैं, तो Search Engine के लिए आपकी website को भरोसेमंद समझता है और उसका search engine ranking में सुधार होता है।

लेकिन ध्यान रहे की बैकलिंक्स की क्वालिटी के साथ साथ quantity भी जरूरी है। अगर आपकी website पर बहुत सारे low-quality backlinks होते हैं, तो Search Engine के लिए आपकी website को स्पैमी समझता है और उसका ranking down हो सकता है। इसलिए, आपको high-quality और relevant बैकलिंक्स का निर्माण करना चाहिए, जिससे आपकी website का search engine ranking में सुधार हो सके

On-Page SEO और Off Page SEO में अंतर

On-Page SEO वह SEO होता है जो आप अपनी website की पेज को सीधे customize करने के लिए करते हैं। यह आपकी website का main structure, Content और meta tag जैसी चीजों को संशोधित करना शामिल होता है। यह सुनिश्चित करता है कि आपकी website के पेज Search Engine में उच्च रैंक प्राप्त करने में सक्षम होते हैं।

Off-Page SEO वह SEO होता है जो आप अपनी website के बाहर की गतिविधियों को customize करने के लिए करते हैं। यह आपके off-site developments, social media marketing, website backlinks, blogging, video marketing, email marketing जैसी activities को modify करता है। इससे Search Engine को आपकी website पर ट्रैफिक लाने में मदद मिलती है।

  • On-Page SEO का मुख्य उद्देश्य अपनी website की Content को सुधार करके Search Engine में ऊपरी रैंक प्राप्त करना होता है। आपको अपनी website के meta tag, Update Title, Description, Vocabulary, Image Tags, Link Tags, और Content और उन्हें अपने website विषय से संबंधित बनाना होता है।
  • Off-Page SEO का उद्देश्य आपकी website के बाहर की गतिविधियों को सुधार करके आपकी website की ऑनलाइन पहचान को बढ़ाना होता है। इसमें आपको अपनी website के लिंक बैकलिंक का निर्माण करना, सोशल मीडिया पर प्रचार करना, ब्लॉगिंग करना, वीडियो मार्केटिंग करना, ईमेल मार्केटिंग करना जैसे गतिविधियों को संशोधित करना होता है। इससे Search Engine को आपकी website पर ट्रैफिक लाने में मदद मिलती है और विश्वसनीयता और प्रतिष्ठा को भी बढ़ाती है।

On-Page SEO के फायदे

On-Page SEO के कुछ फायदे निम्नलिखित हैं: 👇✅

1️⃣ Search Engine Optimization

On-page SEO आपकी website को search engine friendly बनाता है जिससे आपकी website की खोज में उच्च रैंकिंग होती है।

2️⃣ Content Quality and Clarity

On-page SEO आपकी website पर स्थापित Content की quality और स्पष्टता बढ़ाता है जो आपकी website के users को अधिक संतुष्ट करती है।

3️⃣ More Travel and Faith

On-page SEO website की दृष्टि से अधिक यात्रा और विश्वास बनाने में मदद करता है। यदि आपकी website की quality और Content उच्च होगी, तो लोग आपकी website पर ज्यादा समय बिताने के लिए उत्सुक होंगे।

4️⃣ Local SEO and Online Advertising

On-page SEO local businesses के लिए भी फायदेमंद होता है। यह उन्हें अधिक local customers के लिए search engine friendly बनाता है जो उनके business को ऑनलाइन ढंग से प्रचारित करते हुए सहायता करता है

On-Page SEO के नुकसान

ऑन-पेज SEO के नुकसान नीचे दिए गए हैं: 👇🔴

1️⃣ Keyword Stuffing

अगर आप अपने content में कीवर्ड्स को अत्यधिक इस्तेमाल करते हैं, तो Search Engine आपके website को Spammy समझ कर सकते हैं। इससे आपकी रैंकिंग पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।

2️⃣ Duplicate Content 

अगर आप दूसरे websites से content कॉपी करके अपनी website पर पब्लिश करते हैं, Search Engine के लिए आपकी website को लो-क्वालिटी पर विचार कर सकते हैं। इससे आपकी रैंकिंग पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।

3️⃣ Slow Website Speed

अगर आपकी website की स्पीड स्लो है, तो Search Engine के लिए आपकी website को लो-क्वालिटी पर विचार कर सकते हैं। इससे आपकी रैंकिंग पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।

4️⃣ Bad Website Structure 

अगर आपकी website का ढांचा अच्छा नहीं है और आपकी website की navigation क्लियर नहीं है, तो यूजर्स को आपकी website को इस्तेमाल करना मुश्किल हो सकता है। इसे यूजर्स आपकी website को अवॉइड कर सकते हैं और आपकी रैंकिंग पर negative impact पढता हैं।

5️⃣ Broken Links

अगर आपकी website में ब्रोकन लिंक्स होते हैं, तो यूजर्स को आपकी website पर navigate करने में समस्याएं हो सकती हैं। इसे यूजर्स आपकी website को अवॉइड कर सकते हैं और आपकी रैंकिंग पर negative impact पढता हैं।

6️⃣ Missing Meta Description

अगर आपकी website के पेजों की मेटा डिस्क्रिप्शन missing है, तो Search Engine आपकी website को लो-क्वालिटी पर विचार कर सकते हैं। इससे आपकी रैंकिंग पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।

सब नुक्सानो से बचने के लिए, आपको अपनी website पर अच्छा content लिखना चाहिए, सही keyword density का यूज करना चाहिए, यूनिक content पब्लिश करना चाहिए, अपनी website की स्पीड को ऑप्टिमाइज करना चाहिए, अच्छा website structure बनाना चाहिए, ब्रोकन लिंक्स को फिक्स करें करना चाहिए, और हर पेज के लिए अच्छी मेटा डिस्क्रिप्शन लिखना चाहिए.

2023 में On-Page SEO के लिए बेस्ट वर्डप्रेस प्लगइन

ऑन-पेज SEO के लिए 2023 में कुछ लोकप्रिय प्लगइन्स हैं जो आपको मदद कर सकते हैं। कुछ लोकप्रिय प्लगइन्स नींचे दिए गए हैं: 👇

👁️‍🗨️ Yoast SEO

Yoast SEO एक लोकप्रिय प्लगइन है जिसको ब्लॉगर्स और website के मालिक On-Page SEO के लिए इस्तेमाल करते हैं। ये प्लगइन आपको पेज टाइटल, मेटा डिस्क्रिप्शन, फोकस कीवर्ड्स और इंटरनल लिंकिंग के लिए सुझाव प्रदान करता है।

👁️‍🗨️ All in One SEO Pack

ऑल इन वन SEO पैक भी एक लोकप्रिय प्लगइन है जो ब्लॉगर्स के लिए On-Page SEO ऑप्टिमाइजेशन में मददगार है। ये प्लगइन आपको टाइटल्स, मेटा डिस्क्रिप्शन, एक्सएमएल साइटमैप्स, रोबोट्स.टीएक्सटी फाइल्स और सोशल मीडिया इंटीग्रेशन के लिए सुझाव प्रदान करता है।

👁️‍🗨️ Rank Math

Rank Math भी एक पॉपुलर प्लगइन है जिसे आप ऑन-पेज SEO optimization के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं। इस प्लगइन में आपको फीचर मिलते हैं जैसे कि ऑन-पेज एनालिसिस, एक्सएमएल साइटमैप्स, फोकस कीवर्ड्स, इंटरनल लिंकिंग, 404 मॉनिटर और रीडायरेक्ट मैनेजर।

👁️‍🗨️ SEOPress

SEOPress भी एक शक्तिशाली प्लगइन है जो आपकी website के लिए ऑन-पेज SEO ऑप्टिमाइजेशन के लिए मदद करता है। इस प्लगइन में आपको फीचर मिलते हैं जैसे कि मेटा टाइटल, डिस्क्रिप्शन, फोकस कीवर्ड्स, content एनालिसिस, इमेज ऑप्टिमाइजेशन और सोशल मीडिया इंटीग्रेशन।

ये कुछ लोकप्रिय On-Page SEO प्लगइन्स हैं जिनहे आप अपनी website के लिए विचार कर सकते हैं। आप इन प्लगइन्स को अपनी विशिष्ट आवश्यकताओं के हिसाब से चुन सकते हैं।

FAQ’s

Q. On-Page SEO क्या होता है?

Ans. On-Page SEO उन सभी techniques को कहते हैं जो ब्लॉग पोस्ट को सर्च इंजन द्वारा spider और users के लिए अधिक मशहूर बनाते हैं। On-Page SEO इसमें शामिल होता हैं – Title Tag, Meta Description, Title, Content Lifestyle, Image Tag, Internal Linking आदि।

Q. क्या On-Page SEO फायदेमंद होता है?

Ans. हाँ, On-Page SEO ब्लॉग पोस्ट को सर्च इंजन में टॉप पर लाने में मदद करता है। इससे आपके ब्लॉग पोस्ट के विचारकों की संख्या बढ़ती है और आपके विजिटर भी बढ़ते हैं।

Q. On-Page SEO कैसे करें?

Ans. On-Page SEO के लिए आपको कुछ महत्वपूर्ण तकनीकों का ध्यान रखना होता है, जैसे Title, Meta Description, Content Lifestyle, Internal Linking, Image Optimization, Title Tags, Heading Tags आदि। आपको अपने ब्लॉग पोस्ट के सभी टैग और उनकी सही layout के बारे में भी ध्यान रखना चाहिए।

Conclusion

दोस्तों, आज की इस पोस्ट में हमने जाना कि Blogging में On-Page SEO क्या है इसके क्या बेनिफिट्स है

इस पोस्ट में हमने On-Page SEO के बारे में डिटेल wise गाइड किया है On-Page SEO के हर factor को कवर करने की कोसिस की है

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