आज का हमारा topic है Google Search Console क्या है (What is google search console in Hindi)
आगे पढ़े full review google search console के बारे में 👇🤠
अगर आप अपनी website या blog के performance को ट्रैक करना चाहते हैं और Search Engine Optimization (SEO) के लिए अपनी वेबसाइट को optimize करना चाहते हैं, तो Google Search Console (GSC) आपके लिए बहुत मददगार हो सकता है।
Google Search Console एक फ्री टूल है जो वेबसाइट के मालिकों और वेबमास्टर्स के लिए बनाया गया है, जिससे आप अपनी वेबसाइट की performance को मॉनिटर कर सकते हैं और अपनी वेबसाइट को google search engine के लिए optimize कर सकते हैं।
गूगल सर्च कंसोल से आप अपनी वेबसाइट के Search Engine Ranking, Search Traffic, Keywords, Backlinks, Errors and Warnings, और बहुत कुछ देख सकते हैं।
ये tool आपको आपकी वेबसाइट की Performance और SEO Improvement के लिए बहुत सारे Insights और Data प्रोवाइड करता है।
इस blog post में हम 2023 के लिए google search console के बारे में full guide डिस्कस करेंगे।
हम आपको गूगल सर्च कंसोल का इस्तेमाल करना और इसमें उपलब्ध Features और Functionality के बारे में सब कुछ बताएंगे।
इसके अलावा, हम आपको ये भी बताएंगे कि google search console से कैसे अपनी वेबसाइट के SEO Performance को बेहतर बनाया जा सकता है।
तो चलो, शुरू करते हैं और जानते है कि Google Search Console क्या होता है?
Table of Contents
- Google Search Console क्या है (What is Google Search Console in Hindi)
- Google Search Console की बेसिक जानकारी
- गूगल सर्च कंसोल को कैसे यूज़ करें (How to access Google Search Console)
- Google Search Console के Key Features – Full Guide
- Google Search Console में वेबसाइट Add करना
- Google Search Console में Keyword Research कैसे करे?
- Google Search Console में Technical SEO Optimization कैसे करे?
- Google Search Console VS Google Analytics
- Conclusion
Google Search Console क्या है (What is Google Search Console in Hindi)
Google Search Console एक फ्री टूल है जो website के मालिकों को उनकी website की परफॉर्मेंस के बारे में Insights प्रोवाइड कराता है।
ये टूल Google द्वारा develop किया गया है और ये website के मालिकों को उनके website को ”Google Search Engine” में बेहतर visibility और ranking हासिल करने में मदद करता है।
Google Search Console के द्वारा आप अपने website की सर्च ट्रैफिक को मॉनिटर कर सकते हैं, अपनी website के Sitemap को सबमिट कर सकते हैं, Crawl error को ट्रैक कर सकते हैं, और अपने website के सर्च रिजल्ट में किसी भी तरह के मुद्दों को डायग्नोस कर सकते हैं
इस टूल के थ्रू आप ये भी जान सकते हैं कि आपके website के पेजेज Google search result में किस तरह से दिखाई दे रहे हैं, किस तरह के प्रश्नों से आपके website को सर्च किया जा रहा है, और कितनी बार आपके website को क्लिक मिल रहे हैं।
Google Search Console आपके website की परफॉरमेंस में सुधार करने में बहुत मददगार है, क्योंकि ये आपको अपनी website के Search Appearance, Ranking और Traffic के बारे में मुझे मूल्यवान जानकारी देता है।
आप अपनी website के search engine optimization strategy को Google Search Console के डेटा और इनसाइट्स के आधार पर डेवलप और ऑप्टिमाइज कर सकते हैं।
Google Search Console का इतिहास जाने
Google Search Console, पहले गूगल ”Webmaster tools” के नाम से जाना था, 20 मई, 2015 में rename किया गया।
गूगल Webmaster tools का लॉन्च 2006 में हुआ था, जिसके बाद से गूगल नियमित रूप से और नई सुविधाओं को अपडेट करता रहता है।
Google Webmaster tools शुरू में एक सरल टूल था जो website के मालिकों को website के crawling और indexing स्टेटस के बारे में बताता था।
लेकिन इसके बाद गूगल ने इसमें और भी features ऐड किए, जैसे की 👇👇
- Search Traffic Analysis
- Keyword Ranking
- Backlink Analysis
- Security Alerts
- Mobile Usability
2012 में Google ने Webmaster tools को फिर से डिज़ाइन किया और इसमें नई सुविधाएँ जोड़ीं, जैसे की 👇👇
- Crawl Error Report
- HTML Improvement Report
- Content Keyword Report
- Malware Report
2015 में गूगल Webmaster tools का नाम Google Search Console में नाम बदला गया और नए फीचर्स और फंक्शनलिटी ऐड की गई।
आज, Google Search Console एक Comprehensive Webmaster Tools है जो website के मालिकों और Webmasters को उनकी website की परफॉर्मेंस के बारे में जानकारी देता है और उन्हें अपने website के search engine ऑप्टिमाइजेशन को बेहतर बनाने में मदद करता है।
Google Search Console क्यों यूज़ करना चाहिए?
Google Search Console एक फ्री टूल है जो Website Owners, Webmasters, और SEO Professionals के लिए उपलब्ध है।
इसका इस्तेमाल website के परफॉर्मेंस की मॉनिटरिंग और website को गूगल search engine में ऑप्टिमाइज करने के लिए किया जाता है।
Google Search Console के जरिए आप अपनी website की organic search performance को ट्रैक कर सकते हैं, जैसे कि किस keyword से आपके website के पेज search engine में दिखाई दे रहे हैं, कितने क्लिक आपको मिल रहे हैं, कितनी ट्रैफिक आ रही है, और कितनी इंप्रेशन है।
इसके साथ-साथ आप website की crawl error को भी देख सकते हैं और इनको Fix कर सकते हैं।
Google Search Console आपको ये भी अनुमति देता है कि आप अपनी website के Sitemaps, Robots.txt file, and URL parameters को सबमिट करें, ताकि गूगल search engine आपके website को बेहतर समझ सकें।
Google Search Console की बेसिक जानकारी
Google Search Console एक फ्री टूल है जो Website ओनर्स, Webmasters, और SEO प्रोफेशनल्स के लिए उपलब्ध है।
इसमें कुछ बेसिक फीचर्स होते हैं, जो नीचे दिए गए हैं: 👇👇
#1. परफॉर्मेंस रिपोर्ट: Google Search Console के परफॉर्मेंस रिपोर्ट में आप अपनी website की ऑर्गेनिक सर्च परफॉर्मेंस को ट्रैक कर सकते हैं। यहां पर आप देख सकते हैं कि किस कीवर्ड से आपके website के पेज search engine में दिख रहे हैं, कितने क्लिक आपको मिल रहे हैं, कितने ट्रैफिक आ रही है, और कितने इंप्रेशन हैं।
#2. कवरेज रिपोर्ट: कवरेज रिपोर्ट में आप देख सकते हैं कि आपके website के पेज में कोई error है या नहीं।
यहां पर आप देख सकते हैं कि गूगल ने किस पेज को index किया है और किस पेज को index नहीं किया है। इसे आप अपनी website के क्रॉल एरर को देख सकते हैं जिससे Fix कर सकते हैं।
#3. Sitemaps और रोबोट्स.टीएक्सटी: Google Search Console में आप अपनी website के Sitemaps और robots.txt फाइल को सबमिट कर सकते हैं।
इसे आप गूगल search engine को बता सकते हैं कि आपके website के पेज कैसे क्रॉल करना है।
#4. URL इंस्पेक्शन: URL इंस्पेक्शन में आप अपनी website के किसी भी पेज का URL सबमिट करके देख सकते हैं कि गूगल search engine हमें पेज को कैसे देख रहा है।
यहां पर आप देख सकते हैं कि गूगल search engine ने पेज को कब और कैसे index किया है।
#5. मैनुअल एक्शन: मैनुअल एक्शन में आप देख सकते हैं कि गूगल search engine ने आपके website के पेज पर कोई मैनुअल पेनल्टी लगाई है या नहीं।
अगर है तो आप उसे देख कर उन्हें resolve कर सकते हैं।
Google Search Console का उपयोग website के मालिक और SEO Expert के लिए बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि इसे आप अपनी website के search engine ऑप्टिमाइजेशन की निगरानी और सुधार कर सकते हैं।
गूगल सर्च कंसोल को कैसे यूज़ करें (How to access Google Search Console)
Google Search Console का उपयोग करने के लिए, आपको सबसे पहले एक गूगल अकाउंट क्रिएट करना होगा।
अगर आपके पास पहले से ही Google Account है, तो आप Google Search Console के लिए उसी अकाउंट से लॉग इन कर सकते हैं।
Google Search Console में एक्सेस करने के लिए, नीचे दिए गए स्टेप्स फॉलो करें: 👇✅
- सबसे पहले, Google Search Console की official website पर जाएं – https://search.google.com/search-console
- अब आपको अपना गूगल अकाउंट लॉगइन करना होगा। अगर आपके पास पहले से ही गूगल अकाउंट है, तो आप अपने ईमेल एड्रेस और पासवर्ड एंटर करके लॉग इन कर सकते हैं।
- अगर आपके पास अभी तक Google Search Console में कोई website रजिस्टर नहीं है, तो आपको “Add property” बटन पर क्लिक करना होगा। यहां पर आपको अपनी website का URL एंटर करना होगा।
- अगर आपने अपनी website को पहले ही Google Search Console में ऐड किया है, तो आपको हमारी website के डैशबोर्ड में जाना होगा। यहां पर आप अपनी website की Performance Report, Crawl Errors और Sitemap को देख सकते हैं।
- Google Search Console में आप अपनी website के पेज को index करने के लिए Sitemap सबमिट कर सकते हैं, Crawl error को देख सकते हैं, और अपने website की search engine ऑप्टिमाइजेशन की मॉनिटरिंग कर सकते हैं।
इस तरह से आप Google Search Console में एक्सेस कर सकते हैं और अपनी website के परफॉर्मेंस को बेहतर बनाने के लिए इसका उपयोग कर सकते हैं।
Google Search Console के Key Features – Full Guide
यहाँ Google खोज कंसोल की प्रमुख विशेषताओं की लिस्ट दी गई है: 👇✅
- Performance Report
- Coverage Report
- URL Inspection Tool
- Sitemaps
- Mobile Usability Report
- Security Issues Report
- Manual Actions Report
- Links Report
- Search Appearance Reports
- Settings and Preferences
1.) Performance Report

Google Search Console के परफॉर्मेंस रिपोर्ट में आप अपनी website के ट्रैफिक को एनालाइज कर सकते हैं। इस रिपोर्ट में आपको website के सर्च क्वैरी, क्लिक, इंप्रेशन, और क्लिक-थ्रू रेट (सीटीआर) के बारे में जानकारी प्रदान करती है
ये रिपोर्ट आपको ये भी बताती है कि आपकी website के किस पेज को कितने क्लिक और इंप्रेशन मिले हैं। इसके अलावा, आप अपनी website के सर्च प्रश्नों को Filter कर सकते हैं, जिससे आप अपनी website के लिए related query को देख सकते हैं।
यह पर कुछ शर्तें हैं जो आपको समझना जरूरी है: 👇👇
- Query: ये रिपोर्ट में आपके website के सर्च क्वेश्चन हैं, जिनसे आपके website के पेज गूगल सर्च में दिख रहे हैं।
- Clicks: ये रिपोर्ट में आपको दिखाया जाता है कि कितने users ने आपके website के pages को क्लिक किया है।
- Impression: ये रिपोर्ट में आपको दिखाया जाता है कि कितने users ने आपके website के पेजों को देखा है।
- CTR (click-through rate): ये रिपोर्ट में आपको दिखाया जाता है कि कितने users ने आपकी website के पेजों को देखा है और कितने users ने उसपर क्लिक किया है।
Google Search Console के परफॉर्मेंस रिपोर्ट में आप अपनी website के ट्रैफिक और सर्च queryको एनालाइज करके अपनी website को ऑप्टिमाइज कर सकते हैं।
आप अपनी website के कंटेंट को related search query के साथ Align कर सकते हैं, जिसे आपकी website का CTR इम्प्रूव हो सके।
2.) Coverage Report

Google Search Console के coverage report में आप अपनी website के पेजों की स्थिति को देख सकते हैं कि वो गूगल search engine के index में है या नहीं।
ये रिपोर्ट आपको बताती है कि आपके website के पेजों में कोई error है या नहीं और किस पेज को गूगल search engine के index में शामिल किया गया है और किस पेज को बाहर किया गया है।
यह पर कुछ शर्तें हैं जो आपको समझ जरूरी है: 👇🙎
- Valid Pages: ये पेज हैं जो कि गूगल search engine के index में शामिल हैं और सही तरीके से index हुए हैं।
- Error Pages: ये पेज हैं जिनमे कुछ error है, जैसे कि 404 error, server error, redirect error, crawl error। आपको विचार करना चाहिए, ताकि वो सही तारिके से index हो सके।
- Excluded Pages: ये पेज हैं जो गूगल search engine के index से excluded किए गए हैं। इसमें कुछ पेज ऐसे होते हैं जो आप जानबूझकर करते हैं, जैसे कि लॉग इन पेज, चेकआउट पेज, या डुप्लीकेट पेज हटाते हैं। लेकिन अगर आपके महत्वपूर्ण pages बाहर हो गए हैं, तो आपको इसका कारण पता करना और उसका समाधान करना चाहिए।
- Valid with Warnings Pages: ये पेज हैं जो कि गूगल search engine के index में शामिल हैं, लेकिन उनमें कुछ चेतावनी है। इनहे आपको संकल्प लेना चाहिए, ताकि वो सही तारिके से index हो सके।
गूगल सर्च कंसोल के कवरेज रिपोर्ट में आप अपनी वेबसाइट के पेज के स्टेटस को देख सकते हैं और उनमें से जो भी error है उन्हें solve कर सकते हैं। इसे आप अपनी वेबसाइट के सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन को बेहतर कर सकते हैं।
3.) URL Inspection Tool

Google Search Console के URL इंस्पेक्शन टूल से आप किसी भी specific page की जानकारी और डायग्नोसिस कर सकते हैं।
आप इस टूल को इस्तेमाल करके अपने website के किसी भी पेज का URL एंटर कर सकते हैं और उस पेज के crawl status, index status, और अन्य संबंधित जानकारी का पता लगा सकते हैं।
इस टूल से आप देख सकते हैं कि गूगल search engine के index में आपके website के किसी भी स्पेसिफिक पेज का स्टेटस क्या है।
अगर कोई error या issue है तो आप उसे पहचान कर उसे Fix कर सकते हैं।
URL इंस्पेक्शन टूल के फीचर में ये भी शामिल है कि आप एक स्पेसिफिक URL को ला सकते हैं, जैसे गूगल search engine के index में जल्दी शामिल करें। इस टूल के जरिये आप अपने website के पेजों को जल्दी index करा सकते हैं।

4.) Sitemap Submission

Google Search Console में Sitemap submission का फीचर है, जिसमे आप अपनी website के XML Sitemap को सबमिट कर सकते हैं।
Sitemap एक XML फाइल होता है जिसमे आपकी website के सारे URL की लिस्ट होती है।
जब आप अपनी website का Sitemap Google Search Console में सबमिट करते हैं, तो गूगल search engine को आपके website के सारे URL का पता चल जाता है।
Sitemap सबमिशन से आपकी website की indexing में सुधार हो सकता है। जब गूगल search engine को आपके website के सारे URL का पता चल जाता है, तो आपके website के पेज को जल्दी index कर देता है।
- इसे आपकी website के पेज search engine रिजल्ट पेज (SERP) में जल्दी दिखने लगते हैं।
Google Search Console में Sitemap सबमिशन का process सिंपल है।
आपको सिर्फ अपनी website का Sitemap XML फाइल क्रिएट करना होता है और उसे Google Search Console में सबमिट करना होता है।
आपको Google Search Console के Sitemap सेक्शन में अपना Sitemap सबमिट करना होता है। इसके बाद गूगल search engine आपके website के URL को क्रॉल करेगा और उन्हें index करेगा।
5.) Mobile Usability Report

Google Search Console के mobile usability report में आप अपनी website के Mobile Responsiveness और Usabilityको एनालाइज कर सकते हैं।
- इस रिपोर्ट से आप देख सकते हैं कि आपकी website मोबाइल devices के लिए responsive है या नहीं।
अगर आपकी website मोबाइल फ्रेंडली नहीं है तो आप इस रिपोर्ट के जरिये पता लगा सकते हैं कि किस स्थिति में आपकी website मोबाइल फ्रेंडली नहीं है।
Mobile Usability Report में आपको कुछ issue दिखाते हैं जो मोबाइल डिवाइस के लिए ऑप्टिमाइज नहीं है, जैसे कि
- Text size
- Clickable element
- Content width
- Viewport settings
आप रिपोर्ट में दी गई tips को फॉलो करके अपनी website को मोबाइल फ्रेंडली बना सकते हैं।
मोबाइल फ्रेंडली website का होना बहुत जरूरी है क्योंकि आज कल ज्यादातार User मोबाइल डिवाइस का इस्तेमाल करते हैं।
अगर आपकी website मोबाइल फ्रेंडली नहीं है तो आप अपने users को खराब User Experience प्रोवाइड कर रहे हैं, जिससे आपकी website का ट्रैफिक कम हो सकता है।
इसलिए, Mobile Usability Report का उपयोग करके आप अपनी website के mobile responsiveness को Analysis कर सकते हैं और उपयोग में सुधार कर सकते हैं।
इससे आप अपनी website के ट्रैफिक और इंगेजमेंट को बेहतर कर सकते हैं।
6.) Security Issues Report

Google Search Console के security issues की रिपोर्ट करें, आप अपनी website के सुरक्षा संबंधी मुद्दों को पहचान सकते हैं।
अगर आपकी website में कोई security issues है तो आपको security issues report में उसकी warning दी जाती है।
इसमें आपको Malware, phishing pages, harmful downloads, और अन्य security issues दिखाए जाते हैं।
अगर आपके website में कोई भी security issues है तो आपको इस रिपोर्ट में उसकी details मिल जाती है जिसे आप इस्तेमाल कर सकते हैं।
अगर आपके website में security issues है तो इसे आपकी website की Reliability पर बुरा असर पड़ता है।
- इसलिए, security issues की रिपोर्ट बहुत महत्वपूर्ण है अपनी website की सुरक्षा के लिए।
इस रिपोर्ट को नियमित रूप से चेक करके आप अपनी website की सुरक्षा को mentain कर सकते हैं।
7.) Manual Actions Report

Google Search Console के manual action report में आपको पता चलता है कि आपकी website पर कोई मैनुअल पेनल्टी लगा है या नहीं।
गूगल search engine के Manual Action Team, Spammy Content, Low-Quality Backlinks, Cloaking, और अन्य Webmaster guidelines के उल्लंघन जैसे issue को पहचानते हैं।
अगर आपके website पर कोई ऐसी गतिविधि होती है जो गूगल के guidelines का उल्लंघन करती है, तो आपके website पर मैनुअल पेनल्टी लग सकती है।
मैनुअल एक्शन रिपोर्ट में आपको पेनल्टी की डिटेल, पेनल्टी अवधि, और पेनल्टी हटाने की प्रक्रिया दी जाती है।
अगर आपकी website पर मैनुअल पेनल्टी लगा है तो आपको उसकी डिटेल्स देख कर पेनल्टी रिमूवल की प्रोसेस फॉलो करनी होगी।
पेनल्टी हटाने की प्रक्रिया को पूरा करने के बाद आप गूगल search engine में request submit कर सकते हैं जिससे आपकी website को पेनल्टी से रिलीज कर दिया जाएगा।
Manual Actions Report बहुत महत्वपूर्ण है अपनी website के SEO के लिए क्योंकि अगर आपकी website पर पेनल्टी लगा है तो आपकी website के search engine ranking और ट्रैफिक पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
- इसलिए, Manual Actions Report को नियमित रूप से चेक करके आप अपनी website के SEO को मेंटेन कर सकते हैं।
8.) Links Report

Google Search Console के लिंक रिपोर्ट में आप अपनी website के inbound link को एनालाइज कर सकते हैं।
Inbound link आपके website पर दूसरी website से आते हैं और इसे आपके website की अथॉरिटी और search engine ranking पर Positive impact पड़ता है।
Link Report करें, आपको Total Links, Linking Domains, और Top Linking Pages की जानकारी दी जाती है।
- आप इस रिपोर्ट में देख सकते हैं कि कौन सी websites आपकी website पर लिंक कर रही हैं और आपको किस तरह का ट्रैफिक प्रदान कर रही है।
Link Report के लिए आप अपने website के backlink profile को एनालाइज कर सकते हैं और Low-Quality, Spammy, और Harmful Backlinks को आइडेंटिफाई कर सकते हैं।
अगर आपको ऐसी link मिलती है तो आप उन्हें हटाकर अपनी website के search engine ranking को मेंटेन कर सकते हैं।
Link Report को नियमित रूप से जांच करके आप अपनी website के बैकलिंक प्रोफाइल को बनाए रख सकते हैं और High-quality, relevant, और natural backlinks को हासिल करने के लिए plan बना सकते हैं।
9.) Search Appearance Reports
Google Search Console के search appearance reports में आप अपनी website के search results appearance को एनालाइज कर सकते हैं।
Search Appearance Reports में आपको website के विभिन्न search result के फीचर्स के बारे में जानकारी दी जाती है जैसे कि 👇
- Featured Snippets
- Rich Results
- Top Stories
- Video Results
- Image Results
Search Appearance Reports में आप देख सकते हैं कि आपकी website कौन से search feature में शो हो रही है और कैसे शो हो रही है।
आप रिपोर्ट से अपनी website के सर्च रिजल्ट्स में सुधार करने के लिए strategy बना सकते हैं।
1.) Featured Snippets Report में आप देख सकते हैं कि आपकी website कौन से प्रश्नों के लिए featured snippets में शो हो रही है और आपको किस तरह के कंटेंट को क्रिएट करना चाहिए featured snippets के लिए।
2.) Rich Results Report में आप देख सकते हैं कि आपकी website के किस तरह के Rich snippets, recipes, events, products, reviews, structured data Google search results में शो हो रहे हैं और आपको किस तरह के structured data को इस्तेमाल करना चाहिए rich result के लिए।
3.) Top Stories Report में आप देख सकते हैं कि आपकी website कौन से news story गूगल टॉप स्टोरीज सेक्शन में शो हो रही है और आपको किस तरह के content को क्रिएट करना चाहिए top stories के लिए।
10.) Settings and Preferences

Google Search Console के Settings और Preferences सेक्शन में आप अपने Account Settings और Preferences को मैनेज कर सकते हैं।
इस जगह में आप अपने Account Information, Email Preferences, Property Settings, User और अन्य महत्वपूर्ण setting को manage कर सकते हैं।
यहां पर कुछ महत्वपूर्ण Settings और Preferences हैं जो आप Google Search Console के Settings और Preferences सेक्शन में मैनेज कर सकते हैं: 👇👇
- Account Information: इस सेक्शन में आप अपने Google account की information को manage कर सकते हैं जैसे कि Email address, Password, और 2-Step Verification settings
- Property Settings: इस सेक्शन में आप अपनी website property की सेटिंग को मैनेज कर सकते हैं। आप अपनी website के Preferred domain (www or non-www), target country, target language, और अन्य महत्वपूर्ण सेटिंग्स को यहां से manage कर सकते हैं।
- Users: इस सेक्शन में आप अपने Google Search Console अकाउंट के users को मैनेज कर सकते हैं। आप दूसरे users को अपने अकाउंट में add कर सकते हैं और उन्हें limited access प्रोवाइड कर सकते हैं।
- Email Preferences: इस सेक्शन में आप अपने Google Search Console अकाउंट की email preferences को मैनेज कर सकते हैं। आप अपने email preferences को customize करके सिर्फ महत्वपूर्ण सूचनाएं प्राप्त कर सकते हैं।
- Search Console Preferences: इस सेक्शन में आप Google Search Console के Interface Language, Date Range, और अन्य Preferences को customize कर सकते हैं।
Google Search Console में वेबसाइट Add करना
Google Search Console में वेबसाइट कैसे Add करे Step-by-step guide
Google Search Console में website को ऐड करने के लिए नीचे दिए गए स्टेप्स फॉलो करें: 👇👇
- Google Search Console website पर जाए (https://search.google.com/search-console)
- अपने गूगल अकाउंट से साइन इन करें। अगर आपने पहले से साइन इन किया है, तो आप सीधे Google Search Console के डैशबोर्ड पर पहुंच जाएंगे।
- “Add property” पर क्लिक करें।
- अपनी website का URL एंटर करें और “Continue” पर क्लिक करें।
- अपनी website के ownership को वेरीफाई करें। वेरीफाई करने के लिए, गूगल आपको कुछ verification ऑप्शन प्रोवाइड करता है, जैसे कि HTML फाइल अपलोड, HTML टैग एड करना या Google Analytics अकाउंट से वेरिफाई करना। अगर आपकी website वर्डप्रेस या अन्य CMS (Content Management System) पर है, तो आप ”Yoast SEO Plugin” या अन्य SEO प्लगइन का इस्तेमाल करके भी वेरिफाई कर सकते हैं। Verification प्रोसेस पूरा होने तक इंतजार करें।
- जब आपका website वेरिफाई हो जाए, तो आप Google Search Console के डैशबोर्ड पर पहुंच जाएंगे और अपनी website के परफॉर्मेंस, index स्टेटस और अन्य मेट्रिक्स का डेटा देख सकते हैं।
यादी आपने website के मल्टीपल वर्जन (www बनाम नॉन-www) क्रिएट किए हैं, तो आपको अपने पसंदीदा वर्जन को सेट करना होगा। इसके लिए, “सेटिंग्स” पर क्लिक करें और “पसंदीदा डोमेन” अनुभाग में अपना पसंदीदा संस्करण चुनें।
कुल मिलाकर, Google Search Console में अपनी website को जोड़ना काफी आसान है। आपको सिर्फ अपनी website का URL एंटर करना है और website ओनरशिप वेरिफाई करना है।
Website Ownership के लिए Verification Process
Google Search Console में website ओनरशिप वेरिफाई करने के लिए निचे दिए गए verification methods का इस्तेमाल किया जा सकता है: 👇🙎
- HTML file upload: इस method में, आपको Google द्वारा प्रोवाइड किए गए HTML फाइल को अपनी website के ”root directory” में अपलोड करना होता है। ये फाइल Google Search Console के थ्रू access करके verify करते हैं।
- HTML tag: इसमें आपको गूगल द्वारा प्रोवाइड किए गए meta tag को अपनी website के Head सेक्शन में ऐड करना होता है। ये टैग Google Search Console के थ्रू एक्सेस करके वेरिफाई किया जाता है।
- Google Analytics: इसमें आपको Google Analytics का इस्तेमाल करना होता है। आपको अपने Google Analytics अकाउंट को Google Search Console से लिंक करना होता है। ये प्रोसेस आपको website tracking के लिए भी मददगार है।
- Domain name provider: इसमें आपको अपने डोमेन नेम प्रोवाइडर के थ्रू वेरीफाई करना होता है। आपको अपने डोमेन नेम प्रोवाइडर अकाउंट में लॉगइन करना होता है और DNS record को Google Search Console में ऐड करना होता है।
- Google Tag Manager: इसमें आपको गूगल टैग मैनेजर का इस्तेमाल करना होता है। आपको अपने गूगल टैग मैनेजर अकाउंट को Google Search Console से लिंक करना होता है।
- WordPress: अगर आपकी website वर्डप्रेस पर है, तो आप Yoast SEO प्लगइन या अन्य SEO प्लगइन का इस्तेमाल करके भी वेरिफाई कर सकते हैं।
ये सभी मेथड्स इफेक्टिव होते हैं और आपको अपने website ओनरशिप वेरिफाई करने में मदद करते हैं। Google Search Console में website ओनरशिप वेरिफाई करने के लिए
आपको अपनी website के डैशबोर्ड में जाना होता है और “Verify” बटन पर क्लिक करना होता है। उसके बाद आपको verification method सेलेक्ट करना होता है और उसे पूरा करना होता है।
Troubleshooting Common Issues During the Verification Process
Google Search Console में website ओनरशिप वेरिफाई करने में काई बार प्रॉब्लम आ सकती है।
नीचे दिए गए कुछ General issues और उनके Solution हैं: 👇✅
- “URL is not on Google”: जब आप अपनी website का URL एंटर करते हैं और “continue” पर क्लिक करते हैं, तो ये error message शो हो सकता है। इसका मतलब है कि गूगल अभी तक आपकी website को index नहीं किया है। इस स्थिति में आपको पहले अपनी website को गूगल में index करवाना होगा।
- “No ownership information available”: जब आप verify method पूरा करने के बाद Google Search Console में जाते हैं, तो ये message शो हो सकता है। इसका मतलब है कि गूगल की Ownership Information को डिटेक्ट नहीं कर पा रहा है। इस condition में, आपको verify method को दोबारा try करना चाहिए और देखना चाहिए कि आपने कोई mistake तो नहीं की है।
- “Verification failed”: जब आप verification process पूरी करते हैं और “verification failed” message शो होता है, तो इसका मतलब है कि आपकी website का Ownership Verified नहीं हुआ है। इस condition में, आपको verify method को दोबारा try करना चाहिए और देखना चाहिए कि आपने सही verification method सेलेक्ट किया है।
- “No data available”: जब आप अपनी website के डैशबोर्ड में जाते हैं, तो आपको “No data available” message शो हो सकता है। इसका मतलब है कि आपकी website में कोई डेटा Google Search Console में उपलब्ध नहीं है। इस स्थिति में, आपको अपनी website को गूगल में index करना होगा और फिर से Google Search Console में add करना होगा।
- “User does not have sufficient permission for this property”: जब आप अपनी website के डैशबोर्ड में जाते हैं, तो आपको error message शो हो सकता है। इसका मतलब है कि आपकी Google account में पूरी अनुमति नहीं है। इस स्थिति में, आपको अपने गूगल अकाउंट से sign out करके दोबारा sign in करना चाहिए और देखना चाहिए कि आपकी गूगल अकाउंट में website ओनरशिप के लिए पर्याप्त अनुमति है।
ये कुछ General issues हैं जो गूगल सर्च कंसोल में वेबसाइट ओनरशिप वेरिफाई करने में आ सकते हैं। अगर आप समस्याओं में से निपटने में कामयाब होते हैं, तो आप गूगल सर्च कंसोल हेल्प सेंटर में जकार सपोर्ट टीम से संपर्क कर सकते हैं।
Google Search Console में Keyword Research कैसे करे?
कीवर्ड रिसर्च के लिए Google सर्च कंसोल का उपयोग कैसे करें जाने हिंदी में?
Google Search Console एक बहुत ही शक्तिशाली टूल है जो आपके website के search engine ranking के लिए उपयोगी जानकारी प्रदान करता है।
इस टूल का इस्तेमाल करके आप keyword research कर सकते हैं। नीचे दिए गए स्टेप्स फॉलो करके आप keyword research कर सकते हैं: 👇
- Google Search Console में लॉगिन करें और अपनी website का डैशबोर्ड ओपन करें।
- लेफ्ट मेन्यू में “Performance” ऑप्शन पर क्लिक करें। इस ऑप्शन में आपको अपनी website के search engine ranking के लिए उपयोगी डेटा मिलेगा।
- आपको top search queries के लिए “Display” page और top pages की जानकारी मिलेगी। इस जानकारी से आप देख सकते हैं कि आपकी website कौनसे कीवर्ड और पेज से सर्च में रैंक कर रही है।
- Top Search Queries और Top Pages की जानकारी के अलावा, आप “Queries” टैब पर क्लिक करके विशिष्ट Queries के performance metrics देख सकते हैं। इस टैब में आपको सर्च इंप्रेशन, क्लिक, क्लिक-थ्रू रेट (सीटीआर) और average position के मेट्रिक्स मिलेंगे। आप इन मेट्रिक्स से देख सकते हैं कि किस कीवर्ड पर आपकी website search engine में किस स्थिति पर रैंक कर रही है।
- “Pages” टैब पर क्लिक करके स्पेसिफिक पेजेस के performance metrics देख सकते हैं। इस टैब में आपको URL, सर्च इंप्रेशन, क्लिक्स, सीटीआर और औसत पोजीशन के मेट्रिक्स मिलेंगे। आप इन मेट्रिक्स से देख सकते हैं कि किस पेज पर आपकी website search engine में किस पोजीशन पर रैंक कर रही है।
- आप “Filter” का उपयोग करके अपने questions और pages को फ़िल्टर कर सकते हैं और विशिष्ट डेटा के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। इस तरीके से आप अपने टारगेट कीवर्ड्स और पेज के परफॉर्मेंस मेट्रिक्स को ट्रैक कर सकते हैं।
इस तरह से Google Search Console का इस्तेमाल करके आप अपनी website के लिए टारगेट कीवर्ड और पेज को पहचान सकते हैं और उनके performance metrics को ट्रैक कर सकते हैं।
आप जानकारी का उपयोग करके अपनी website के कंटेंट को ऑप्टिमाइज कर सकते हैं और अपनी search engine ranking को बेहतर कर सकते हैं।
Finding Top performing keywords
Google Search Console में टॉप performing keywords को खोजने के लिए नीचे दिए गए स्टेप्स फॉलो करें: 👇👇
- Google Search Console में लॉगिन करें और अपनी website का डैशबोर्ड ओपन करें।
- लेफ्ट मेन्यू में “Performance” ऑप्शन पर क्लिक करें। इस ऑप्शन में आपको अपनी website के search engine ranking के लिए उपयोगी डेटा मिलेगा।
- आपको top search queries के लिए “Display” page और top pages की जानकारी मिलेगी। इस जानकारी से आप देख सकते हैं कि आपकी website कौनसे कीवर्ड और पेज से सर्च में रैंक कर रही है।
- “Queries” टैब पर क्लिक करें। इस टैब में आपको टॉप performing keywords की लिस्ट दिखाई देगी, जिस्मे आपकी website के लिए सबसे ज्यादा Impressions, Clicks, CTR और Average Position के मेट्रिक्स होते हैं।
- इस लिस्ट को Filter करके, आप अपनी website के लिए स्पेसिफिक कीवर्ड्स का परफॉर्मेंस देख सकते हैं। इस तरीके से आप अपनी website के टॉप performing keywords को पहचान सकते हैं।
- आप “Export” बटन का इस्तेमाल करके इस डेटा को CSV फॉर्मेट में डाउनलोड कर सकते हैं। इस तरीके से आप अपने target keywords के परफॉर्मेंस मेट्रिक्स को offline analysis कर सकते हैं।
इस तरह से Google Search Console का इस्तेमाल करके आप अपनी website के लिए टॉप performing keywords को पहचान सकते हैं। आप इन कीवर्ड्स का इस्तेमाल करके अपनी website के कंटेंट को ऑप्टिमाइज कर सकते हैं और अपनी search engine ranking को बेहतर कर सकते हैं।
Identifying New Keyword Opportunities
Google Search Console से नए कीवर्ड अवसरों की पहचान करने के लिए नीचे दिए गए स्टेप्स फॉलो करें: 👇👇
- Google Search Console में लॉगिन करें और अपनी website का डैशबोर्ड ओपन करें।
- लेफ्ट मेन्यू में “Performance” ऑप्शन पर क्लिक करें। इस ऑप्शन में आपको अपनी website के search engine ranking के लिए उपयोगी डेटा मिलेगा।
- आपको top search queries के लिए “performance” page और top pages की जानकारी मिलेगी। इस जानकारी से आप देख सकते हैं कि आपकी website कौनसे कीवर्ड और पेज से सर्च में रैंक कर रही है।
- “Queries” टैब पर क्लिक करें। इस टैब में आपको टॉप performing keywords की लिस्ट दिखाई देगी, जिस्मे आपकी website के लिए सबसे ज्यादा इंप्रेशन, क्लिक्स, सीटीआर और एवरेज पोजीशन के मेट्रिक्स होते हैं।
- इस लिस्ट में आप उन कीवर्ड्स को आइडेंटिफाई करें जिन पर आपकी website अभी रैंक नहीं कर रही है, लेकिन जिन्हे टारगेट करके आप अपनी website की search engine ranking को बेहतर कर सकते हैं।
- आप “Page” टैब पर क्लिक करके देख सकते हैं कि आपकी website के कोने page गूगल में सर्च में शो हो रही है। इस तारिके से आप उन पेजों को भी पहचान सकते हैं जिन पर आपकी website अभी रैंक नहीं कर रही है, लेकिन जिन्हे टारगेट करके आप अपनी website की search engine ranking में सुधार कर सकते हैं।
- Keyword idea के लिए “Discover” टैब पर क्लिक करें। इस टैब में आपको अपनी Nish से संबंधित लोकप्रिय विषय और कीवर्ड्स की लिस्ट मिलेगी।
- आप Google Search Console का उपयोग करके “Performance” और “Discover” के डेटा को जोड़कर अपनी website के लिए नए कीवर्ड अवसरों को पहचान कर सकते हैं।
इस तरह से Google Search Console का इस्तेमाल करके आप अपनी website के लिए नए कीवर्ड अवसरों को पहचान सकते हैं। आप इन कीवर्ड्स को टारगेट करके अपनी website के कंटेंट को ऑप्टिमाइज कर सकते हैं और अपनी search engine ranking को बेहतर कर सकते हैं।
Google Search Console में Technical SEO Optimization कैसे करे?
Google Search Console एक बहुत ही शक्तिशाली टूल है जिसे आप टेक्निकल SEO ऑप्टिमाइजेशन के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं।
नीचे दिए गए स्टेप्स को फॉलो करके आप Google Search Console का इस्तेमाल करके अपनी website को टेक्निकल SEO ऑप्टिमाइज कर सकते हैं: 👇👇
- Google Search Console में लॉगिन करें और अपनी website का डैशबोर्ड ओपन करें।
- लेफ्ट मेन्यू में “coverage” विकल्प पर क्लिक करें। इस ऑप्शन में आपको website के technical issues के बारे में उपयोगी डेटा मिलेगा।
- आपको website के लिए “coverage” पेज URL के स्टेटस दिखाएगा। इस पेज में आपके पास 4 विकल्प होते हैं: “Error“, “Valid with warnings”, “valid” और “excluded“।
- “Error” विकल्प पर क्लिक करके आप अपनी website के crawling error को चेक कर सकते हैं। आपको बताया जाएगा कि आपकी website के कोने पेज में error है, जैसे कि 404 पेज नहीं मिला, server error, redirect error आदि।
- “Valid with warnings” विकल्प पर क्लिक करके आप अपनी website के चेतावनियों को देख सकते हैं। ये चेतावनी कुछ पेज में होते हैं जिनके SEO में कुछ मुद्दे हैं, जैसे की duplicate content, short meta description आदि।
- “Valid” विकल्प पर क्लिक करके आप देख सकते हैं कि आपकी website के URL मान्य है या नहीं। ये आपको ये बताता है कि आपकी website के कितने URL गूगल के index में है।
- “Excluded” विकल्प पर क्लिक करके आप देख सकते हैं कि आपकी website के कोने URL गूगल index में नहीं है। इस तरह से आप देख सकते हैं कि किस तरह के URL आपकी website के index में नहीं है।
- “URL Inspection” टूल का इस्तेमाल करके आप स्पेसिफिक पेज को डायग्नोस कर सकते हैं। इस टूल के जारी आप अपनी website के किसी भी पेज को एनालाइज कर सकते हैं और उस पेज पर कोई technical issue है या नहीं देख सकते हैं।
- “Sitemaps” विकल्प का इस्तेमाल करके आप अपनी website का XML Sitemap सबमिट कर सकते हैं। XML Sitemap आपकी website के URL को search engine में सबमिट करने के लिए इस्तेमाल होता है। इस तरह से आप अपनी website के URL को search engine में सबमिट कर सकते हैं और उसकी visibility बढ़ा सकते हैं।
इस तरह से आप Google Search Console का इस्तेमाल करके अपनी website को टेक्निकल SEO ऑप्टिमाइज कर सकते हैं। आप अपनी website के technical issues को पहचान कर उन्हें ठीक कर सकते हैं।
Identifying and Fixing Crawl Errors
Crawl Error आपकी website की SEO परफॉरमेंस को प्रभावित कर सकते हैं। Google Search Console का इस्तेमाल करके आप अपनी website में Crawl Error को पहचान सकते हैं और उन्हें ठीक कर सकते हैं।
नीचे दिए गए स्टेप्स को फॉलो करके आप Crawl Error को आइडेंटिफाई कर सकते हैं: 👇👇
- Google Search Console में लॉगिन करें और अपनी website का डैशबोर्ड ओपन करें।
- लेफ्ट मेन्यू में “coverage” विकल्प पर क्लिक करें।
- क्या पेज में “Error” विकल्प पर क्लिक करें। आपको बताया जाएगा कि आपकी website के कोने पेज में error है, जैसे कि 404 पेज नहीं मिला, सर्वर एरर, रिडायरेक्ट एरर आदि।
- अगर आपको 404 एरर मिलता है तो आपको हमारे पेज के लिए 301 redirect सेट करना होगा। 301 रीडायरेक्ट का इस्तेमाल करके आप एक पेज को दूसरे पेज पर रीडायरेक्ट कर सकते हैं। इसे आप search engine को ये बता सकते हैं कि ये पेज परमानेंटली रिडायरेक्ट हो गया है और ये नया पेज है।
- अगर आपको सर्वर एरर मिलता है तो आपको अपने Web Hosting प्रोवाइडर से कॉन्टैक्ट करना होगा और उनसे सर्वर एरर के बारे में बताना होगा। सर्वर एरर आमतौर पर होस्टिंग प्रोवाइडर के तरफ से आते हैं।
- अगर आपको redirect error मिलते हैं तो आपको उन्हें ठीक करना होगा। Redirect error का मतलब है कि आपने एक पेज को दूसरे पेज पर रिडायरेक्ट किया है, लेकिन हमें redirect में कुछ issue है जिसके कारण से रिडायरेक्ट नहीं हो रहा है। आपको redirect error को ठीक करने के लिए रीडायरेक्ट को ठीक करना होगा।
- अगर आपको डुप्लीकेट मेटा डिस्क्रिप्शन की चेतावनी मिलती है तो आपको अपनी website के पेजों के मेटा डिस्क्रिप्शन को यूनीक बनाने की कोशिश करनी चाहिए। आप मेटा डिस्क्रिप्शन में आपके पेजों की Summary लिख सकते हैं जो users को आपके पेजों के बारे में बता सकते हैं।
इन तारिको का इस्तेमाल करके आप अपनी website के क्रॉल एरर को ठीक कर सकते हैं और इसे आपकी website की SEO परफॉरमेंस में सुधार होगा।
Managing Website URLs and Redirects
Website URL और रीडायरेक्ट मैनेज करना SEO ऑप्टिमाइज़ेशन का एक महत्वपूर्ण पहलू है।
Google Search Console के URL इंस्पेक्शन टूल का इस्तेमाल करके आप अपनी website के URL और रीडायरेक्ट को मैनेज कर सकते हैं।
नीचे दिए गए स्टेप्स को फॉलो करके आप URL और रीडायरेक्ट्स को मैनेज कर सकते हैं: 👇👇
- Google Search Console में लॉगिन करें और अपनी website का डैशबोर्ड ओपन करें।
- लेफ्ट मेन्यू में “URL inspection” ऑप्शन पर क्लिक करें।
- इस पेज में अपने website के URL को एंटर करें। अगर आपको किसी specific URL के बारे में जानकारी चाहिए तो आप उसका URL में एंटर करें।
- URL इंस्पेक्शन टूल आपको बताएगा कि क्या आपका URL गूगल के index में है और उसकी indexing स्टेटस क्या है।
- अगर आपका URL index नहीं है तो आप “Request Indexing” बटन पर क्लिक करके हमें URL को Google के index में जोड़ सकते हैं।
- अगर आपको किसी URL को रीडायरेक्ट करना है तो आप को “Inspect any URL” के साथ “view test page” पर क्लिक करके हमें URL की testing करें और “Redirect” टैब में जाकार रीडायरेक्ट के विकल्प को सेट करें।
- अगर आपको अपनी website के URL को बदलना है तो आप “Inspect any URL” के साथ “view test page” पर क्लिक करके URL में परिवर्तन को कर सकते हैं।
- अगर आपको अपनी website के पुराने URL को नए URL पर रीडायरेक्ट करना है तो आप को “Redirect” टैब में पुराने URL को एंटर करें और उसका रीडायरेक्ट नया URL पर सेट करें।
इन तारिको का इस्तेमाल करके आप अपनी website के URL और रीडायरेक्ट को मैनेज कर सकते हैं और इसे आपकी website की SEO परफॉरमेंस में सुधार होगा।
Monitoring Website Security With Security Issues Report
Google Search Console के Security Issues Report का इस्तेमाल करके आप अपनी website के security issues को मॉनिटर कर सकते हैं। ये रिपोर्ट आपको बताती है कि आपकी website पर कोई सुरक्षा मुद्दा है या नहीं और अगर है तो उसकी डिटेल्स भी प्रोवाइड करती है।
नीचे दिए गए स्टेप्स को फॉलो करके आप Security Issues Report का इस्तेमाल कर सकते हैं: 👇👇
- Google Search Console में लॉगिन करें और अपनी website का डैशबोर्ड ओपन करें।
- लेफ्ट मेन्यू में “security issues” ऑप्शन पर क्लिक करें।
- इस पेज में आपको अगर कोई सुरक्षा मुद्दा है तो इस्तेमाल किया जाएगा। आप “Open Report” पर क्लिक करके डिटेल चेक कर सकते हैं।
- अगर आपको कोई Security issue report मिलता है तो आप उसे जल्दी से Fix करें। जैसे कि Malware को रिमूव करें, website के Software और plugins को अपडेट करें, कमजोर पासवर्ड को चेंज करें, और सेंसिटिव इंफॉर्मेशन को सिक्योर रखें।
- जब आप सिक्योरिटी इश्यू को फिक्स करते हैं तो आप “Request Review” बटन पर क्लिक करके गूगल को request कर सकते हैं कि वो आपकी website को रिव्यू करके फिर से index करे।
इस तरह से आप Google Search Console के Security Issues Report का इस्तेमाल करके अपनी website के security issues को मॉनिटर कर सकते हैं और उन्हें जल्दी से Fix कर सकते हैं। इसे आपकी website की सुरक्षा मजबूत रहेगी और उसकी search engine ranking में भी सुधार होगा।
Google Search Console VS Google Analytics

Google Search Console और Google Analytics गूगल के फ्री tools हैं, लेकिन दोनों का इस्तेमाल अलग-अलग उद्देश्यों के लिए किया जाता है।
नीचे दिए गए points में आपको दो tools के डिफरेंसेस समझने में मदद करेंगे: 👇👇
- Data Collection: Google Search Console आपकी website का technical data, crawling और indexing डेटा जैसे कि Crawl Error, Search Query, Sitemap, Internal Linking Structure आदि को कलेक्ट करता है। जबकी Google Analytics आपकी website के User बिहेवियर डेटा जैसे कि ट्रैफिक सोर्स, User डेमोग्राफिक्स, पेज व्यूज, बाउंस रेट, साइट पर बिताया गया समय, conversion rate आदि को कलेक्ट करता है।
- Data Analysis: Google Search Console के डेटा Analysis में आप अपनी website के प्रदर्शन को ट्रैक कर सकते हैं, जैसे कि search ranking, क्लिक, इंप्रेशन और क्लिक-थ्रू रेट। जबकी Google Analytics में आप अपनी website के User बिहेवियर को ट्रैक कर सकते हैं, जैसे कि कोनसी पोस्ट पॉपुलर है, कोनसे सोर्स से ट्रैफिक आ रहा है, और conversion rate क्या है।
- Purpose: Google Search Console का मुख्य उद्देश्य website के SEO ऑप्टिमाइजेशन को बेहतर बनाना है, जबकी Google Analytics का उद्देश्य website के प्रदर्शन को मॉनिटर करना है और website के user engagement और conversion rate को बेहतर बनाना है।
- Data Visualization: Google Search Console में आपको डेटा टेबल फॉर्मेट में मिलता है और इसमें डेटा को Filter और सॉर्ट कर सकते हैं। जबकी Google Analytics आपको ग्राफ और चार्ट के साथ डेटा प्रेजेंट करता है, जिसे आप कस्टमाइज कर सकते हैं।
- Integration: Google Search Console को Google Analytics से इंटीग्रेट किया गया है और आप दोनो tools के डेटा को कंबाइन कर सकते हैं। इसे आपको website के SEO और User बिहेवियर का एक साथ व्यू मिलता है।
सभी अंतरों के अलावा, Google Search Console और Google Analytics दोनो tools का इस्तेमाल करते समय आपको अपनी website के परफॉर्मेंस को ट्रैक करने के लिए दोनो tools का इस्तेमाल करना चाहिए।
Conclusion
इस आर्टिकल में हमने Google Search Console क्या है? और ये जाना कैसे आप इस टूल का इस्तेमाल करके अपनी website के परफॉर्मेंस को बेहतर कर सकते हैं।
हमने Google Search Console की मुख्य विशेषताएं के बारे में बताया है, जैसे की Coverage Report, Performance Report, URL Inspection Tool, Sitemap Submission, Mobile Usability Report, Security Issues Report, Manual Actions Report, Links Report, and Search Appearance Report।
इसके अलावा, हमने ये भी देखा कि कैसे आप Google Search Console को keyword research और टेक्निकल SEO ऑप्टिमाइजेशन के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं।
हमने ये भी जाना कि Google Search Console और Google Analytics दोनों tools को कैसे आप एक साथ इस्तेमाल करके व्यापक website Analysis कर सकते हैं।
सभी विषयों पर हमें हिंदी में जानकारी दी है, जिससे आपको Google Search Console के बारे में अच्छी जानकारी हो और आप इस टूल का इस्तेमाल करके अपनी website के SEO परफॉर्मेंस को बेहतर कर सकें।